Sunday 14 January 2018

mediya

दलित मुसलमानों के गले मिलने जा रहे हैं।बेचारे इतना भी नहीं जानते, कि वो शिया–सुन्नी तो गले नहीं मिलते, तुम्हें गले कैसे लगाएँगे?
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कश्मीर में हमारा कुलमंदिर हुआ करता था अनंतनाग में "मार्तण्ड सूर्य मंदिर" जिसे इन मुगलों ने खंडहर बना दिया!
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कल 4 जज सामने आये थे और उन्होंने कहा था की लोकतंत्र खतरे में है, इन चारों जजों ने मुख्य जज दीपक मिश्रा के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस की थी, हालाँकि शाम तक पूरा देश दीपक मिश्रा के समर्थन में आ गया, जब देश ने देखा की आरोप लगाने वाले जजों का रिश्ता तो वामपंथी नेता डी राजा जिसका असली नाम डेनियल राजा है उसके साथ है, डेनियल राजा जज चेलमेश्वर के साथ दिखाई दिया, जिसके बाद पूरा देश सबकुछ समझ गया


राजस्थान में तैनात आईएएस संजय दीक्षित ने इसी मुद्दे पर आज एक ट्वीट किया और उन्होंने बताया की क्यों मुख्य जज दीपक मिश्रा को निशाना बनाया गया है, संजय दीक्षित ने कहा की, सुप्रीम कोर्ट में एक PIL गैंग काम करती है, ये गैंग सरकार के काम और भारतीय (हिन्दू) संस्कृति के खिलाफ PIL डालने का ही काम करती है, और इस गैंग के पीछे इस्लामिक और रोमन दोनों तरह की ताकतें हैं ...संजय दीक्षित ने बताया की PIL गैंग को रोकने के लिए दीपक मिश्रा ने कई काम किये, उन्होंने इस गैंग को रोकने की कोशिश की, इस गैंग के PIL को मनपसंद जजों के पास भेजने से इंकार कर दिया और इसी कारण दीपक मिश्रा को निशाना बनाया गया और कहा गया की लोकतंत्र खतरे में है


आपकी जानकारी के लिए बता दें की सुप्रीम कोर्ट में कई तरह के वामपंथी लोग आये दिन PIL डालते है, अभी हाल ही में जस्टिस रोहिंग्टन नरीमन के ने एक PIL को सुनते हुए केंद्रीय विद्यालयों में होने वाली प्रार्थना पर सवाल उठा दिया, इस से पहले भी सुप्रीम कोर्ट में कभी दही हांड़ी, तो जलीकट्टू, तो होली, दिवाली हर हिन्दू त्यौहार के खिलाफ PIL दाखिल किये जाते रहे है, और सभी PIL के पीछे वामपंथी गैंग ही होते है, साफ़ होता है की PIL गैंग रोम और इस्लामी शक्तियों से पैसा लेकर हिन्दुओ को निशाना बनाने का काम करती है, और दीपक मिश्रा ने इस गैंग को रोकने की कोशिश की तो उनको निशाना बनाया गया...
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सावधान! स्त्रियां अगर नहीं जागी, और अपने आत्म स्वाभिमान के प्रति जागरूक हो स्वनिर्माण में न लगीं, एकजुट न हुईं तो ऐसे ऊटपटाँग कोर्ट के आदेश, तीन तलाक और हलाला(दूसरे पुरुष से रेप करवा के शुद्धिकरण) करण के आदेश/फ़तवा जैसे ग़ुलामी की जंजीरे स्त्री गौरव को कुचलती रहेंगी। स्त्री मात्र tv फ्रीज़ और वाशिंग मशीन की तरह पुरुष के उपभोग की वस्तु बनेगी।देख लो देश की आज़ादी के इतने वर्ष बाद भी तीन तलाक विदेशों से हट गया लेकिन भारत मे अभी भी है।
एक और कोर्ट का आदेश देखें पत्नी के रहते बिना विवाह गर्लफ्रेंड साथ रखने और लिव इन रिलेशनशिप के कोर्ट अधिकार।
स्व जागरण और एकजुट संगठन ही इसका मुंह तोड़ जवाब है।
Sweta Chakraborty
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