Friday 3 November 2017


aajad bharat me chla hai  aurangjebi shasan ?
कोई अलग झंडा मांग रहा है,
कोई विष्णु को व्हिस्की पिला रहा है,
तो कोई रम में राम और हनुमान ठर्रे में बता कर अपमान कर रहा है, कोई सेना के प्रधान को सड़क छाप गुंडा बता रहा है, कोई आतंकवादी को मारने में मानवाधिकार का हनन बता रहा है, कोई देश के दुश्मनो के साथ गलबहिया कर रहा है
और फिर यही सब 2019 में कहेंगे EVM खराब है...

aajad bharat me aurangjeb ...सांप के विष को निष्प्रभावी करने की दवाये सांप के विष से ही बनती है
चन्दन की लकड़ी से नही ...!!!

 तीन साल पुरानी बात है शायद। बंगाल में शारदा चिट फण्ड Scam की आँच मुकुल रॉय तक पहुँचने लगी थी। बंगाल में चर्चा थी...मुकुल रॉय कभी भी arrest हो सकते हैं। केंद्र में मोदी आ चुके थे, CBI और ED शारदा Scam की जाँच में जुटे थे।
शारदा के मालिक सुदीप्तो सेन, और TMC के सांसद कुणाल घोष और Srinjoy Bose की गिरफ्तारी हो चुकी थी। इसके अलावा बंगाल पुलिस के पूर्व DGP और वर्तमान में TMC के प्रदेश उपाध्यक्ष रजत मजूमदार, खेल और ट्रांसपोर्ट मंत्री मदन मोइत्रा जैसे High Profile लोग भी जेल में थे। ऐसे में तलवार मुकुल रॉय की गर्दन पे भी लटकी हुई थी....।।
मैं कोलकाता गया हुआ था। कोलकाता से 60 km दूर एक कस्बे में मेरे मित्र रहते हैं, मैं उनसे मिलने गया हुआ था। वहीं मेरा एक और Fb Friend एक युवक भी मिलने आ गया। हम उस मित्र के घर बैठे थे। स्वाभाविक रूप से चर्चा बंगाल की politics की हो रही थी। मेरे वो मित्र तो TMC के मुखर विरोधी थे और खुल कर मोमता दी की आलोचना कर रहे थे। पर वो युवक सहमा सहमा सा , बहुत सोच समझ के बड़ी धीमी आवाज़ में बोल रहा था......
कुछ भी बोलने से पहले वो अगल बग़ल दाएं बाएं निगाह मार लेता था.....
उसने मुझे बताया कि वो उस कस्बे का TMC का एक स्थानीय कार्यकर्ता है, पदाधिकारी है....फिर उसने मुझे बताया कि वो दरअसल कट्टर मोदीभक्त और कट्टर भाजपाई है....पर क्या करें दद्दा...बंगाल में अगर रहना है, बंगाल में अगर काम धंधा करना है, बंगाल में अगर ज़िंदा रहना है तो TMC करना पड़ेगा.....करना ही पड़ेगा बोले तो TMC का समर्थन करना ही पड़ेगा...वर्ना...वरना क्या???
बेरोज़गार युवक हूँ दद्दा..... अपने घर पे ही एक coaching Centre चलाता हूँ जिसमे कस्बे के ही 20 - 25 बच्चे पढ़ने आते हैं। महीने के 08 -10 हज़ार बन जाते हैं। आज अगर घर पे भाजपा का झंडा लगा लूँ तो शाम को TMC के गुंडे आएंगे, घर का सामान तोड़ फोड़ के सड़क पे डाल देंगे, कोचिंग फूँक देंगे....कस्बे में message चला जायेगा और फिर मेरी coaching में कोई नही आएगा पढ़ने......
पुलिस ? सरकार ? ...
TMC का स्थानीय नेता (गुंडा) ही पुलिस है, वही सरकार है और वही न्यायालय है.....
इतना आतंक ?
सरकार क्या कर रही है?
अजी ये सरकारी आतंक है। Ruling Party का आतंक है। इन गुंडों को ताक़त ruling party से ही मिलती है।
तो फिर ऐसी सरकार को आप लोग हटाते क्यों नहीं?

आखिर इन गुंडों को आपने चुना क्यों??
किसने चुना ?
बंगाल की जनता ने इन्हें नहीं चुना...फिर किसने चुना ?
बंगाल की जनता ने आखिरी बार कब भोट डाला था....याद नहीं। शायद 60 के दशक में। उसके बाद तो कभी मौका ही न मिला polling Booth तक जाने का.......
हमारे भोट अपने आप पड़ जाते हैं। अव्वल तो TMC विरोधियों का नाम ही नहीं होता भोटर लिस्ट में। किसी तरह नाम अगर आ भी गया तो भोट डाल ही नहीं सकते। बूथ तक जाने ही नहीं देते......
कौन रोकता है??
आइये दिखाता हूँ......वो मुझे घर से बाहर ले आये। अंग्रेजों का बसाया हुआ कस्बा था, सभी सड़कें एक दूसरे को 90° के Angle पे काटती थीं।
उसने कहा,
वो देखिये, वो जो चौक है न, voting वाले दिन सुबह 07 बजे TMC का स्थानीय गुंडा आ के खड़ा हो जाता है, और फिर पूरे शहर में अघोषित curfew लग जाता है।
TMC विरोधी परिवारों का बाहर निकलना वर्जित होता है। सिर्फ TMC समर्थक ही बूथ तक जाने पाते हैं । बाकी सबका भोट पड़ जाता है .. आज जो गुंडागर्दी TMC कर रही है ये दरअसल State Terrorism है , जिसकी शुरुआत कभी CPM ने की थी । विरोधी को वोटर लिस्ट में मत घुसने दो , अगर किसी तरह Voter list में घुस भी गया तो Polling Booth में मत घुसने दो . जो न माने उसे राज्य की पुलिस , प्रशासन और राज्य / पार्टी पोषित गुंडों से मरवा दो .
 तो फिर आखिर उस CPM को ममता बैनर्जी की TMC ने कैसे पराजित किया ?
जब TMC मजबूत होने लगी , और जनता विद्रोह पे उतारू हो गयी तो .. CPM का सारा cadre ( गुंडे ) CPM छोड़ TMC में आ गए । जो कल तक CPM के लिए बूथ capture करते थे वो अब TMC के लिए करने लगे
तो ? अब ये TMC रूपी राक्षस कैसे मरेगा ??
जब TMC का cadre ( गुंडा , राज्य पोषित आतंकी ) TMC छोड़ भाजपा में शामिल हो जाएगा ....कब शामिल होगा ?
जब दिल्ली से इशारा होगा ...कौन है इन गुंडों का सरगना ? मुकुल रॉय ....मुकुल रॉय गया माने सब गया ...
आपको क्या लगता है अब क्या होगा ?
मेरे वो मित्र वाकई स्थानीय राजनीति को समझते थे ... उन्होंने कहा , मुझे नही लगता कि CBI मुकुल रॉय को गिरफ्तार करेगी । उनको Clean Chit मिल जाएगी । इस शर्त पे कि वो TMC छोड़ BJP में आ जाएंगे ।
कब तक ऐसा होना चाहिए ?
जब दिल्ली से हरी झंडी मिल जाये ।
कब तक मिलेगी ?
शायद विधानसभा चुनाव से पहले ।
उसके बाद उन मित्र से हमेशा फोन पे चर्चा होती । विधान सभा चुनाव सिर पे थे । एक दिन वो बड़े निराश थे । मैने पूछा क्या हुआ ? दिल्ली से हरी झंडी नही मिल रही ।
क्यों ?
अमित शाह को लगता है कि अभी बंगाल में चुनाव जीतने लायक संगठन जो बूथ लेबल तक होना चाहिए वो तैयार नही है । कच्चा घड़ा पानी मे नही तैराना चाहिए ।
फिर ? अब क्या होगा विस् चुनाव में ? कितनी सीट आएगी ?
2 या 4 ....
बस ?
जी ।
तब से आज तक हम लोग दिल्ली से हरी झंडी का इंतज़ार कर रहे थे । आज अंततः मुकुल रॉय bjp में शामिल हो ही गए ।
कुछ लोग उनके दागी अतीत पे सवाल खड़े कर रहे हैं । सवाल है कि बंगाल को कौमनष्टों और ममता बानो के जिहादी कुशासन से निजात दिलानी है या नही ?
कब तक हम लोग बंगाल में आदर्शवाद और शुचिता की बोकरादी पेलेंगे ?
कांटे से कांटा निकाल लेना चाहिए ।
मुकुल रॉय बंगाल से जिहादी मोमता को निकालने में काम आएगा । एक बार वहां भगवा लहराने दीजिये , सफाई होती रहेगी ।
मुकुल रॉय का दोनो हाथ फैला , दिल खोल के स्वागत कीजिये बंगाल भाजपा में ।
सादर साभार Ajit Singh



पवन अवस्थी

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