Saturday 9 September 2017

पीएम की मुद्रा योजना से बढ़ीं 5.5 करोड़ नौकरियां.
छोटे बिजनस यूनिट को इंस्टिट्यूशनल फाइनेंस मुहैया कराने वाली प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने देश भर में करीब साढ़े पांच करोड़ नए रोजगारों को जन्म दिया है। औद्योगिक राज्यों को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिला है। यह रिपोर्ट स्कॉच (SKOCH) नाम की संस्था द्वारा जारी की गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे औद्योगिक राज्यों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को यह योजना शुरू की थी। इस योजना को शुरू करने का मकसद उन लोगों को फंड मुहैया कराना था, जो कम बजट होने की वजह से अपना बिजनस शुरू नहीं कर पा रहे थे।
रिपोर्ट में बताया गया है कि योजना के शुरू होने से अभी तक लोगों को 3.42 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया जा चुका है। इन लोगों में ज्यादातर छोटे उद्योगपति हैं। साथ ही इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं, जो पूंजी न होने की वजह से अपना बिजनस भी शुरू नहीं कर पा रहे थे।
मुद्रा योजना के तहत नॉन-एग्रीकल्चरल एक्टिविटियों के लिए करीब 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है। इसके अलावा एग्रीकल्चर से जुड़े डेयरी, पॉल्ट्री, मधुमक्खी पालन जैसे उद्योगों के लिए भी मुद्रा योजना के तहत लोन मिलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा योजना की लॉन्चिंग के मौके पर कहा था कि देश को ऐसे उद्योगपतियों की जरूरत है जो अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकें। इसी उद्देश्य से पीएम ने मुद्रा योजना के तहत छोटे उद्योगपतियों को लोन देने की बात कही थी।
साभार

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