Sunday 6 August 2017


कितना राष्ट्रद्रोही मंजरनामा है कि राहुल गांधी स्वंय ही आनन्द शर्मा के साथ उस चीन के राजदुत से चुपके-चुपके चीनी दूतावास में मिलने गए जो चीन अपनी फूटी आंख से भी भारत की भलाई नहीं देखना चाहता। राहुल गांधी और उसके विदेशी मामलो के सलाहकार आनन्द शर्मा को यह मालूम था कि चीन ने ही :-
1..न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (NSG) में भारत की सदस्यता को अपने वीटो से रोक रखा है।
2...पठानकोट वायुसैनिक एयर बेस पर अपने लोगो से आतंकी हमला कराने वाले मसूद अजहर को विश्व का आतंकी घोषित करने लिए अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद में तीन बार वीटो लगा चुका है और आगे भी लगाता रहेगा।
3..भूटान के डोकलाम पठार पर रोड बनाने की तनातनी पर भारत को लगातार युद्ध की धमकी दे रहा है।
भगवान जाने ये कांग्रेसिये किस विदेशी मिट्टी के बने है कि इन्हें भारत की पवित्र भूमि से नफरत हो गई है। इनके क्रिया कलाप पर थू-थू...
चीन को चित्त करने का सरल उपाय..
आप स्वंय तो "मेड इन चाइना" का सामान भूलकर भी न खरीदे लेकिन यह भी याद रखे कि आपके घर, आफिस में भी फ्रीज, टीवी, पंखे,एसी, ब्लोवर, टू व्हीलर, फोर व्हीलर आदि की मरम्मत या उसके पार्ट बदलते समय उनमे भी मिस्त्री या वर्कशॉप वाले मेड इन चाइना का सामान न लगावे। ऐसा अनुरोध आप उनसे पहले ही कर दे। यह भी अनुरोध कर दे कि मेड इन चाइना का सामान लगने पर पेमेंट नही होगा।
बताते चले कि यदि आप मेड इन इंडिया खरीदेंगे या पुर्जे लगवाएंगे तो इससे देश मे उत्पादन बढेगा, जीडीपी बढ़ेगी और रोजगार भी बढ़ेगा...
उमा शंकर सिंह

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