Sunday 9 July 2017

जीएसटी से निपटना चाहते हैं तो ये तरीके आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं :
1000/- से कम वाले कपड़े खरीदें, इनमें केवल 5% जीएसटी देना होगा।
रजाई-गद्दा, तकिया, पिलोकवर, बेडशीट, पर्दा आदि 1000/- से कम वाला खरीदें, इनमें 5% जीएसटी लगेगा।
जूता, चप्पल 500/- से कम वाला खरीदें, इनमें 5% जीएसटी लगेगा।
आटा चक्की से खरीदें, जीएसटी नहीं लगेगा। ब्रांडेड आटा जैसे पतंजलि, शक्तिभोग, आशीर्वाद, आदि के चक्कर मे न पड़ें अन्यथा 5% जीएसटी देना होगा।
चावल, दाल, सूजी, दलिया, साबूदाना ब्रांडेड न लें, ब्रांडेड लिए 5% जीएसटी देना होगा।
महिलाएं घरेलू तरीके से ही सौंदर्य बढ़ाये। बिंदी, आलता लगाएं। घर का बना काजल लगाएं। ओंठ-लाली, आई-काजल के चक्कर मे पड़ी तो 28% जीएसटी लगेगा। सरकार की मंशा है कि जो मंहगे सौंदर्य प्रसाधन का उपयोग करेंगी उन्हें सरकार को सौदर्य वर्धन कर देना होगा।
कार, मोटर-साइकिल से न चलें, 28% जीएसटी लगेगा।
सायकिल जो छात्र-छात्राओं और गरीब किसानों और मजदूरों के काम आती थी, टेक्स-फ्री थी उस पर 12% जीएसटी लागू हो गया है अतः पैदल चलने की आदत डालें।
होटल में 1000/- से कम वाला कमरा लें,जीएसटी से बच जाएंगे।
बेहतर है, होटल में खाना न खाएं। घर का ही बना खाना खाएं तो खाने पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा। यदि होटल में खाना जरूरी हो तो माह में एक बार, नान ऐसी, नान बार होटल में खाना खाएं लेकिन 12% जीएसटी देना होगा।
आइसक्रीम खाएँगे तो 18% जीएसटी लगेगा।
चाकलेट, च्यूंगम खाएंगे तो 28% जीएसटी देना होगा।
कोल्ड-ड्रिंकं लेंगे तो 43% जीएसटी+सेस है। सुझाव है कि घर मे नींबू का शर्बत पियें।
ब्रांडेड पनीर पर 5% जीएसटी लगेगा इसलिए सादा और ताजा पनीर खाएं।
सादा पानी पिएं। मिनरल वाटर पर 28% जीएसटी है।
नैपकिन, टिश्यू पेपर 18% जीएसटी है। खाना खाइए, जल से हाथ धोइये।
घड़ी पहनने की अब क्या जरूरत? घड़ी पर 28% जीएसटी हैे। मोबाइल में समय दिखता तो है।
टूथपेस्ट पर 18% जीएसटी है। टूथ पावडर से काम चलाएं, 12% जीएसटी लगेगा। अच्छा होगा कि नीम का दातुन करें।
घर में बना मट्ठा पिएँ, बाज़ार से लेंगे तो 5% जीएसटी देना होगा।
वाशिंग मशीन, फ्रिज पर 28% जीएसटी है इसलिए हाथ से कपड़ा साफ करें, ताजा भोजन करें और मटके का पानी पिएँ।
आपका जीवन सुखमय हो।
(विचार सौजन्य : Dwarika Prasad Agrawal )

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