Friday 9 June 2017

मंदसौर किसान आंदोलन पीएम मोदी को घेरने के लिए कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है...
 पढिये पूरी रिपोर्ट..

सत्ता की खातिर कांग्रेस चढ़ा रही इंसानों की बलि ...
 पीएम मोदी ने तो अगले 5 वर्षों में यानि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का ऐलान किया है. उन्होंने किसानों के लिए सॉइल हेल्थ कार्ड, नीम कोटेड यूरिया, पर ड्रॉप मोर क्रॉप जैसी कई योजनाएं भी शुरू की है और साथ ही अच्छी फसल होने पर नुकसान की रोकथाम के लिए कोल्ड स्टोरेज और वेयर हाउसिंग में भी भारी निवेश किया।
तो फिर क्या बात है कि किसान आंदोलन कर रहे हैं और वो भी इतना उग्र कि आगजनी करने पर उतर आये हैं!
दरअसल जांच में पता चला है कि पूरा का पूरा आंदोलन कोंग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा हाई-जैक कर लिया गया है और कोंग्रेसी कार्यकर्ता ही पब्लिक संपत्ति की आगजनी कर रहे हैं. किसानों को भड़काने का एक वीडियो भी जांच में सामने आया है, जिसमे एक कोंग्रेसी नेता किसानों को भड़काते हुए कह रहा है कि आग लगा दो जो होगा देखा जाएगा, एक भी गाड़ी नहीं बचनी चाहिए. डीपी धाकड़ नाम के इस कोंग्रेसी नेता पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के साथ 10 हजार रुपए का नाम घोषित कर दिया है. इसके साथ ही 250 अन्य नेताओं के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
अगले वर्ष मध्य प्रदेश चुनाव के लिए साजिश !
अब सवाल उठता है कि शांत मध्य प्रदेश में एकाएक हिंसा कैसे शुरू हो गयी? बताया जा रहा है कि अगले वर्ष मध्य प्रदेश में चुनाव हैं, बीजेपी सरकार ने ना तो कोई घोटाले किये हैं, ना ही कोई अन्य ऐसा मुद्दा विपक्ष को दिया है, जिसके आधार पर चुनाव में बीजेपी को घेरा जा सके. इसी के चलते कांग्रेस ने बीजेपी को बदनाम करने के लिए राज्य में हिंसा फैलानी शुरू कर दी है।
पुलिस के पास पुख्ता सबूत हैं कि इस पूरे मामले में कांग्रेस नेताओं का हाथ है. कांग्रेस की ऐसी नीच हरकत देख देश की जनता की आँखें फटी रह गयी हैं. लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है. लोगों ने ट्ववीट करके कहा कि सत्ता पाने की होड़ में कांग्रेस इस कदर गिर चुकी है कि देश की जनता को ही मरवाने पर उतर आयी है।
हिंसा में आम इंसानों को कांग्रेस केवल इसलिए मरवा रही है ताकि किसी तरह से कुर्सी मिल जाए. सुनियोजित तरीके से पहले किसानों को भड़काया गया और आंदोलन शुरू किया गया. उसके बाद योजना के तहत कोंग्रेसी कार्यकर्ता किसानों के आंदोलन में शामिल हो गए और पब्लिक संपत्ति की तोड़-फोड़ व् आगजनी शुरू कर दी. हिंसा के चलते कई मासूम किसानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. जिसके बाद योजना के अगले चरण के तहत कांग्रेस के नाकाम उपाध्यक्ष राहुल गांधी किसानों की लाशों पर सत्ता की रोटियां सेकने के लिए दिल्ली से निकल लिए।
सुनियोजित योजना के तहत पीएम मोदी को बदनाम करने की साजिशें शुरू की गयीं. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार की जगह पीएम मोदी पर लांछन लगाने की और उन्हें बदनाम करने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं. पीएम मोदी इस्तांबूल में SCO समिट में व्यस्त हैं लेकिन कांग्रेस व् अन्य वामपंथी दलों द्वारा इसके लिए पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे इस मामले में बोलने के लिए कहा जा रहा है।
इसके बाद से लोगों ने मांग करनी शुरू कर दी है कि जिन कोंग्रेसी नेताओं ने हिंसा को भड़काया व् आगजनी की, उन्हें सख्त सजा देने के साथ-साथ उनकी संपत्ति बेचकर उनसे पब्लिक संपत्ति नष्ट करने की कीमत वसूली जानी चाहिए. देशभर में लोग कांग्रेस के खिलाफ खड़े हो गए हैं और आगामी चुनावों में कांग्रेस को मजा चखाने की बात कह रहे हैं।
वीडियो नीचे लिंक में है।

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