Saturday 18 February 2017

क्रूरता और संहार के इस्लामी अविष्कार
इस्लाम के अनुसार के वह सभी लोग काफ़िर हैं ,जो अल्लाह और उसके रसूल पर ईमान नहीं रखते , और जब तक यह लोग ईमान नहीं लाएंगे तब तक उनके विरुद्ध जिहाद होता रहेगा , इसके लिए सभी गैर मुस्लिमों को यह मानना होगा की अल्लाह एक है , और वह बड़ा मेहरबान और रहमदिल है , साथ में यह बात भी मानना पड़ेगा की मुहम्मद अल्लाह के रसूल हैं , और उनको दुनिया पर रहम करने के लिए भेजा गया है , लेकिन लोगों को यह ज़रा सी बात मनवाने के लिए मुहम्मद ने जो जो तरीके खोज निकाले थे वह कुरान और हदीसों में मौजूद हैं , इन तरीकों को देख कर सामान्य व्यक्ति की दृष्टि में मुहम्मद की तुलना में नर पिशाच भी देवता दिखाई देगा असल में मुहम्मद साहब मुसलमानों को इतना क्रूर और निर्दयी बनाना चाहते थे , की वे गैर मुस्लिमों की ह्त्या करने में करते समय मारने वालों पर कोई दया नहीं करे, लेकिन वह अपने द्वारा ईजाद नए नए तरीके पहले जानवरों पर आजमाते थे , ऐसे कुछ तरीके हदीसों में दिए गए हैं
1 - पशुओं को मारने के हदीसी तरीके
मांसाहार अरबों का प्रिय भोजन है ,इसके लिए वह किसी भी तरीके से किसी भी जानवर को मारकर खा जाते थे . जानवर गाभिन हो या बच्चा हो ,या मादा के पेट में हो सबको हजम कर लेते थे . और रसूल उनके इस काम को जायज बता देते थे बाद में यही सुन्नत बन गयी है और सभी मुसलमान इसका पालन करते हैं ,इन हदीसों को देखिये ,
अ -खूंटा भोंक कर
"अनस ने कहा कि बनू हरिस का जैद इब्न असलम ऊंटों का चरवाहा था , उसकी गाभिन ऊंटनी बीमार थी और मरणासन्न थी . तो उसने एक नोकदार खूंटी ऊंटनी को भोंक कर मार दिया . रसूल को पता चला तो वह बोले इसमे कोई बुराई नहीं है ,तुम ऊंटनी को खा सकते हो "
मालिक मुवत्ता-किताब 24 हदीस 3
ब-पत्थर मार कर
"याहया ने कहा कि इब्न अल साद कि गुलाम लड़की मदीने के पास साल नामकी जगह भेड़ें चरा रही थी. एक भेड़ बीमार होकर मरने वाली थी.तब उस लड़की ने पत्थर मार मार कर भेड़ को मार डाला .रसूल ने कहा इसमे कोई बुराई नहीं है ,तुम ऐसा कर सकते हो "
मालिक मुवत्ता -किताब 24 हदीस 4
जानवरों को मारने कि यह विधियाँ उसने बताई हैं , जिसको दुनिया के लिए रहमत कहा जाता है ?और अब किस किस को खाएं यह भी देख लीजये .
4-किस किस को खा सकते हो
इन हदीसों को पढ़कर आपको राक्षसों की याद आ जाएगी .यह सभी हदीसें प्रमाणिक है ,यह नमूने देखिये
अ -घायल जानवर
"याह्या ने कहा कि एक भेड़ ऊपर से गिर गयी थी ,और उसका सिर्फ आधा शरीर ही हरकत कर रहा था ,लेकिन वह आँखें झपक रही थी .यह देखकर जैद बिन साबित ने कहा उसे तुरंत ही खा जाओ "मालिक मुवत्ता किताब 24 हदीस 7
ब -मादा के गर्भ का बच्चा
"अब्दुल्लाह इब्न उमर ने कहा कि जब एक ऊंटनी को काटा गया तो उसके पेट में पूर्ण विक्सित बच्चा था ,जिसके बल भी उग चुके थे . जब ऊंटनी के पेट से बच्चा निकाला गया तो काफी खून बहा ,और बच्चे दिल तब भी धड़क रहा था.तब सईद इब्न अल मुसय्यब ने कहा कि माँ के हलाल से बच्चे का हलाल भी माना जाता है . इसलिए तुम इस बच्चे को माँ के साथ ही खा जाओ " मुवत्ता किताब 24 हदीस 8 और 9
स -दूध पीता बच्चा
"अबू बुरदा ने रसूल से कहा अगर मुझे जानवर का केवल एक
ही ऐसा बच्चा मिले जो बहुत ही छोटा और दूध पीता हो , रसूल ने कहा ऐसी दशा में जब बड़ा जानवर न मिले तुम बच्चे को भी काट कर खा सकते हो "
मालिक मुवत्ता -किताब 23 हदीस 4
ऐसे निर्दयता के काम करके जब मुहम्मद को पूरा भरोसा हो गया कि उनके साथी पूरी तरह से नरराक्षस बन गए तो उन्होंने और नए तरीके ईजाद कर किये जो कुरान में मौजूद है .
2 -मनुष्यों को मारने के कुरानी तरीके
कुरान में गैर मुस्लिमों को सता सता कर जो यह तरीके कुरान में बताये हैं , वह जहन्नम वालों के लिए हैं ,लेकिन बगदादी के लोग इसी दुनियां में ऐसे ही गैर मुस्लिमों पर प्रयोग करते रहते हैं , निश्चय ही उनको इतनी क्रूरता की प्रेरणा कुरान से ही मिली है
"उनकी खालें जला दी जाएँगी ताकि यातना का मजा चखें "सूरा -निसा 4:56
"चारों तरफ से घेर कर खौलता पानी डालेंगे "सूरा -कहफ़ 18:29
"उनके सिरों पर लोहे के हथौड़े मारे जायेंगे " सूरा -हज 22:21
" जो बच कर भागना चाहेगा तो उसे वहीँ धकेल दिया जायेगा " सूरा -अस सजदा 32:20
" गले में जंजीर डाल कर भड़कती आग में झौंक देंगे "सूरा -दहर 76:4
"
हमारे पहरेदार उग्र स्वभाव के और निर्दयी हैं "सूरा -तहरीम 66:6
अगर कुरान में दीगयी जहन्नम के बारे में इन बातों पर शंका हो तो ,ISIS के द्वारा जारी किये गए वीडियो देखिये ,कुरान की ऐसी आयतों से प्रभावित मुसलमानों ने जहन्नम को धरती पर ही उतार दिया ,यहाँ तो मुसलमान कानून के भय से ऐसे काम नहीं कर पाते , लेकिन अगर वह बहुसंख्यक हो गए तो हदीसों और कुरआन के यह तरीके इस्तेमाल जरूर करेंगे ,क्योंकि इनके अविष्कार कर्ता रसूल के सिवा और कोई नहीं है

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