Sunday 15 November 2015

पेशावर : पाकिस्तान में 73 साल से बंद एक गुरुद्वारे को खोला गया है। यह गुरुद्वारा 1942 में बंद कर दिया गया था।
पाकिस्तान के पेशावर के जोगीवारा में स्थित एक गुरुद्वारे को शनिवार को 73 साल बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। इस गुरुद्वारे को 1942 में स्थानीय नागरिकों की आपत्ति के बाद बंद कर दिया गया था।
गुरुद्वारे को दुबारा खोलने का फैसला सिख समुदाय, स्थानीय नागरिकों और प्रशासन की बैठक में किया गया। बैठक की अध्यक्षता पेशावर के उपायुक्त रियाज महसूद ने की। इस दौरान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों के सलाहकार सरदार सुरन सिंह भी मौजूद थे।
वहां रहने वाले स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यदि पूजा-अर्चना के लिए सभी प्रबंध किए जाते हैं तो उन लोगों को गुरुद्वारे को फिर से खोलने को लेकर कोई आपत्ति नहीं है।
महसूद ने कहा कि गुरुद्वारे के चारों तरफ दीवार का निर्माण कराया जाएगा, जिससे सिखों को पूजा करने में कोई परेशानी न उठानी पड़े।
.....................................................
मैं दावे के साथ कह सकता हूँ...
- फ्रांस का कोई साहित्यकार पुरस्कार नहीं लौटाएगा...
- फ्रांस में कोई भी "उन्हें" मासूम नहीं बताएगा...
- फ्रांस में कोई भी इसे "साज़िश" नहीं प्रचारित करेगा...
- फ्रांस में कोई भी "फाँसी पर रोक की माँग" नहीं करेगा...

भैया... "सेकुलर हिजड़ा" बनना आसान नहीं है... हमें भी साठ साल लगे...
कई विश्वविद्यालय बर्बाद किए... कई पाठ्यक्रम "गढे"... इतिहासकारों ने कई "ब्रेनवॉश" किए, तब जाकर यह मुकाम हासिल हुआ है...
smile इमोटिकॉन smile इमोटिकॉन smile इमोटिकॉन smile इमोटिकॉन जय सेकुलरिज़्म... जय मानवाधिकार... जय सहिष्णुता...
...............................................................

No comments:

Post a Comment