Saturday 3 October 2015

गौरक्षा / गौहत्या पर महात्मा गाँधी के विचार जिन्हे सेकुलर सरकारों ने छिपाकर रखा -
"गाय करुणा की कविता है। मेरा इरादा पूरे विश्व में गौहत्या पर रोक लगाने का है। लेकिन सबसे पहले मैं अपने घर ( भारत ) में इसे रोकना चाहता हूँ। मैं गाय की पूजा करता हूँ और सारी दुनिया के विरोध के बावजूद भी करूँगा। मेरे लिए गौरक्षा मानव जाति की रक्षा है। "
एक अन्य मौके पर गाँधी जी बोले थे कि -" गौ रक्षा का सवाल इतना महत्वपूर्ण है कि इसके लिए मैं स्वराज्य प्राप्ति के प्रश्न को भी कुछ समय के लिए स्थगित कर सकता हूँ। "
( चित्र में गाय को दुलारते महामना मालवीय और गाँधी )
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जब तक धूर्तता पूर्वक इस बात को छिपाया नहीं गया था तब तक गाँधी, गौरक्षा और गौ संवर्धन के प्रतीक हुआ करते थे।
Prashant Bajpai की फ़ोटो.



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