Tuesday 16 June 2015

बेचारा पति क्या करे ?
Sunday के दिन
1. पति अगर देर तक सोये तो :-
बीवी: अब उठ भी जाओ! तुम्हारे जैसा भी कोई है क्या? छुट्टी है तो इसका मतलब यह नहीं की सोते रहोगे।
2. पति अगर जल्दी उठ जाये तो :-
बीवी: पिछले जन्म में मुर्गे थे क्या? ठीक 4:30 बजे उठ कर कुकडू-कू करने लगते हो। इतना जल्दी उठकर क्या पहाड़ तोड़ लाओगे?
3. पति अगर सन्डे को घर पे ही रहे तो:-
बीवी: कुछ काम भी कर लिया करो। हफ्ते भर बाट देखते है तुम्हारे सन्डे की, उसे भी तुम केवल नहाने धोने में ही लगा देते हो।
4. पति अगर सन्डे के दिन घर से देर तक बाहर रहे (काम के सिलसिले में) तो:-
बीवी: कहाँ थे तुम आज पूरा दिन? आज सन्डे है कभी मुँह से भगवान का नाम भी ले लिया करो।
5. पति अगर सन्डे को पूजा करे तो:-
बीवी: ये टल्ली बजाते रहने से कुछ नहीं होने वाला। अगर ऐसा होता तो इस दुनिया के रईसों में टाटा या बिल गेट्स का नाम नहीं होता बल्कि किसी पुजारी का नाम आता।
6. अगर टाटा या बिल गेट्स जैसा बनने के लिए पति दिन रात मेहनत करे तो:-
बीवी: हर वक़्त काम, काम काम, तुम्हें अपने ऑफिस के ही सात फेरे ले लेने चाहिए थे। हम क्या यहाँ पर बंधुआ मजदूर है जो सारा दिन काम करें और शाम को तुम्हारा इंतज़ार करें?
7. पति अगर पत्नी को घुमाने ले जाए तो:-
बीवी: हमारे बीच वाले जीजा जी तो दीदी को हर महीने घुमाने ले जाते हैं और वो भी स्विट्ज़रलैंड और दार्जिलिंग जैसी जगहों पर। तुम्हारी तरह "हरिद्वार" नहाने नहीं जाते।
8. पति अगर बे खौफ हो कर नैनीताल, मसूरी, गोवा, माउन्ट आबू, ऊटी जैसी जगहों पर घुमाने ले भी जाए तो:-
बीवी: अपना घर ही सबसे अच्छा, बेकार ही पैसे लुटाते फिरते है। इधर उधर बंजारों की तरह घुमते फिरो। क्या रखा है घूमने में? इतने पैसा अगर घर पर रहते तो पूरे 2 साल के लिए कपडे खरीद सकते थे।
घरवाली की कीच-कीच न हो तो इन्सान कहाँ से कहाँ पहुँच जाता है... वो नरेन्द्र मोदी को ही देख लो
==========================
बीवी ने अपना पोट्रेट बनवाया फिर कुछ सोच कर पेंटर को कहा की गले में नौलखा हार भी डाल दो।।
.
पेंटिंग बन्ने के बाद पेंटर ने पूछा आपने ऐसा क्यों किया।। 
.
बीवी बोली कभी मे मर गयी तो ये दूसरी शादी कर लेंगे ..
.
नई वाली आएगी तो ये हार ढूंढेगी और मिलेगा नहीं तो झगड़ा होगा तब मेरी आत्मा को सच्चा सुकून मिलेगा !!

-------------------------------------------------------
सन् 1902 में एक professor ने अपने छात्र से पुछा....
क्या वह भगवान था जिसने इस संसार की हर वस्तु को बनाया...?
छात्र का जवाब : हां
उन्होंने फिर पुछा:- शैतान क्या हैं...?
क्या भगवान ने इसे भी बनाया ?
छात्र चुप हो गया.......!
फिर छात्र ने आग्रह किया कि-क्या वह उनसे कुछ
सवाल पुछ सकता हैं...?
Professor ने इजाजत दी उसने पुछा-क्या ठण्ड होती
हैं..?
Professor ने कहा: हां बिल्कुल क्या तुम्हे यह महसुस नहीं होती....?
Student ने कहा:- मैं माफी चाहता हुं सर लेकिन आप गलत हो।
गर्मी का पुर्ण रुप से लुप्त होना ही ठण्ड कहलाता
हैं, जबकि इसका अस्तित्व नहीं होता। ठण्ड होती ही नहीं..?
Student ने फिर पुछा:- क्या अन्धकार होता हैं...?
Professor ने कहा:- हां,होता हैं....
Student ने कहा:- आप फिर गलत है सर।
अन्धकार जैसी कोई चीज नहीं होती वास्तव में इसका कारण रोशनी का पुर्ण रुप से लुप्त होना हैं सर हमने हमेशा गर्मी और रोशनी के बारे में पढा और सुना हैं।
ठण्ड और अन्धकार के बारे में नहीं।वैसे ही भगवान हैं....
और....
बस इसी तरह शैतान भी नहीं होता,l वास्तव में पुर्ण
रुप से भगवान में विश्वास सत्य और आस्था का ना होना ही शैतान का होना हैं।
वह छात्र थे .......स्वामी विवेकानन्द...



No comments:

Post a Comment