Monday 8 June 2015

"मम्मी-मम्मी भूख लगी" "...दो मिनिट"


‪#‎अधैर्यता‬ 
- हमें तुरन्त आरक्षण चाहिए, चाहे उसके लिए रिश्वत देना पड़े तो दे देंगे |
- हमें तुरन्त सिनेमा का टिकिट चाहिए, चाहे ब्लेक में मिले |
- हमें तुरन्त बच्चे का स्कूल में एडमीशन चाहिए, चाहे डोनेशन ज्यादा देना पड़े |
- हमें तुरन्त बीमारी ठीक होने वाली दवा चाहिए, चाहे उस दवा के दुष्परिणाम से किडनी और लीवर की ही बलि क्यों न देना पड़े |
अब इतनी आपाधापी में जी रहे हैं तो खाना भी तुरन्त ही चाहिए, चाहे वह स्वास्थ्य और हमारी प्रकृति की दृष्टि से अखाद्य ही क्यों न हो |
हमारी इसी अधैर्यता का ही फायदा उठाया कुछ लालची कम्पनियों ने... और सिले-सिलाए कपड़ों की तरह रेडीमेड खाद्य पदार्थ भी बाजार में उतार दिए |
"मम्मी-मम्मी भूख लगी"
"...दो मिनिट"
अब गये वो दिन जब सबेरे स्कूल जाने वाले अपने लाड़ले-लाड़लियों के लिए माँ सुबह पाँच बजे उठकर कभी सब्जी-पराठा तो कभी पुलाव बनाती थी | अब तो देर रात तक सास-बहु के सीरियल में काल्पनिक सास की प्रताड़ना से तंग आकर रोने से फुरसत मिले तो सब्जी काटकर रखें | और इसी कारण बाप पिज्जा खा ले रहा है और बेटा-बेटी मेगी...|
लड़का-लड़की चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे हैं ..
"आई एम काम्प्लान बॉय , आई एम काम्प्लान गर्ल"
अब बच्चा दूध पीकर नहीं, बिस्किट खाकर शेर की आवाज निकालता है, फिर चाहे असली में वो काकरोच से ही क्यों न डरता हो | किटकाट खाकर ही अब उसे बुद्धि आती है |
चाकलेट, केक, ‪#‎मेगी‬, पिज्जा, बर्गर, जो भारतीय अन्न की ही श्रेणी में ही नहीं आता ..कहाँ ले जा रहे हम नई पीढ़ी को... | कौन चखायेगा उसे पेट के लिए सबसे सुपाच्य षडरस(मीठा,खट्टा,कडू, कसाय,नमकीन, तीख्त) भोजन |
इस बेमतलब की कृत्रिम आपाधापी मे धीरे-धीरे हमारे रसोईघरों से जीरा, हल्दी, धनिया, काली मिर्च, हींग आदि औषधीय मसाले गायब होते जा रहे हैं | हमारे यहाँ के मौसम और ऋतुओं के अनुसार हमारे पूर्वजों ने हमें अपने भोजन का मीनू बनाकर हमें दिया है | मत भूलिए उसे ..वरना भोजन से ज्यादा खर्च स्वास्थ्य पर करना पड़ेगा | जिसकी शुरुआत हो चुकी है |
चिकित्सा के क्षेत्र में डाक्टरों और दवा कंपनियों की मिलीभगत से जो लूट होती है,उससे सभी रूबरू हैं।डाक्टर आपको वही दवा लिखता है जिसमें उसे कमीशन मिलता है।और आपको पाँच से दस गुना कीमत देनी पड़ती है,तो इस लूट से कैसे बचें?
1. अपने एंड्रायड फोन में HEALTHKART PLUS
software डाउनलोड करें।
2. आपको डाक्टर ने जो दवा बताई है उसका नाम सर्च करें! (e. g. Lyrica 75mg (Pfizer
company)
3. ये साफ्टवेयर आपको medicine company,indigrends और मूल्य बता देगा।
4. अब एक विकल्प दिखेगा
'SUBSTITUTE'
उस पर क्लिक करें।
6. आप देखकर चकित रह जाओगे कि वही drugs
दवा की कीमत से आधा या चौथाई भी नहीं है

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स्विटजरलैंड की कुल जीडीपी में नेस्ले का योगदान 32% है .. मैगी विवाद के बाद नेस्ले की मार्किट कैप में 1292 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है जो हर रोज बढ़ता ही जा रहा है ..
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एक बार एक अजनबी ने एक आठ साल की लड़की से कहा की बेटा तुम मेरे साथ चलो I तुम्हारी मम्मी ने तुम्हे बुलाया है और उन्होंने मुझे तुम्हे लेने के लिए भेजा है I लड़की ने कहा ; ठीक है मै आपके साथ चलूंगी I मेरी माँ ने आपको एक पासवर्ड बताया होगा , जो उन्हें और मुझे ही पता है I आप पहले वह पासवर्ड मुझे बताए I अजनबी सकपका गया और वहा से खिसक लिया I दरअसल इस बच्ची और उसकी माँ ने आपस में तय किया हुआ था की अगर कभी बच्ची को लेने किसी अजनबी को भेजने की नौबत आई तो माँ उसे पासवर्ड बताएगी और बच्ची भी उस पासवर्ड को जान लेने के बाद ही उस अजनबी के साथ आएगी Iदेखा न कितना आसान सा तरीका है बच्चो को किसी दुर्घटना से बचाने का I आप भी अपने बच्चो के साथ ऐसा ही पासवर्ड तय कर सकते है ।


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