Monday 16 March 2015

sanskar after-1

1. एक आदमी साल भर में औसतन 1460 सपने देखता है।
2. कॉकरोच सिर कटने के बाद भी कई सप्ताह तक जिंदा रह सकता है। दरअसल वह सिर कटने से नहीं, भूख से मरता है।
3. गधे की आंखों की स्थिति कुछ ऐसी होती है कि वह अपने चारों पैरों को एक साथ देख सकता है।
4. ऊंट की आंख में तीन पलकें होतीं हैं जो उन्हें रेगिस्तान में उड़ने वाली रेत से बचाती हैं।
5. बिजली की कुर्सी का आविष्कार एक दंत चिकित्सक ने किया था।
6. बिल्ली की पेशाब अंधेरे में चमकती है।
7. सूर्य, धरती से 330,330 गुना बड़ा है।
8. हर साल लगभग 2500 बांए हाथ से काम करने वाले लोग, उन वस्तुओं व उपकरणों का उपयोग करने से मारे जाते हैं जिन्हें दांए हाथ से काम करने वाले लोगों के लिए बनाया जाता है।
9. किसी भी वर्गाकार सूखे कागज को आधा-आधा करके 7 बार से अधिक बार नहीं मोड़ा जा सकता।
10. दुनिया के लगभग आधे अखबार अकेले अमेरिका और कनाडा में प्रकाशित होते हैं।
11. एक वायलिन बनाने में लकड़ी के 70 विभिन्न आकार के टुकड़े लगते हैं।
12. आकाशीय बिजली कड़कने से जो तापमान पैदा होता है वह सूर्य की सतह पर पाए जाने वाले तापमान से पांच गुना ज्यादा होता है
13. जब कांच टूटता है तो इसके टुकड़े 3000 मील प्रति घंटा की गति से छिटकते हैं।
14. यदि कभी आप आइसलैण्ड जाएं तो वहां कभी भी रेस्त्रां में बैरे को टिप न दें। ऐसा करना वहां अपमान समझा जाता है।
15. लास वेगास के जुआघरों में घड़ियां नहीं होतीं।
16. मनुष्य के शरीर में हर सेकेण्ड 15 मिलियन लाल रक्त कणिकाएं पैदा होतीं हैं और मरती हैं।
17. अपनी गुफा से निकलते समय, चमगादड़ हमेशा बाईं तरफ को ही मुड़ते हैं।
18. जिराफ की जीभ इतनी लंबी होती है कि वह अपने कान साफ़ कर सकता है।
19. जापान के शहर टोकियो में, 50 मिनट से कम दूरी वाली यात्रा के लिए एक साइकिल कार से ज्यादा तेज मानी जाती है।

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एक जौहरी के निधन के बाद उसका परिवार संकट में पड़ गया। खाने के भी लाले पड़ गए। एक दिनउसकी पत्नी ने अपने बेटे को नीलम का एक हार देकर कहा- 'बेटा, इसे अपने चाचा की दुकान पर ले जाओ। कहना इसे बेचकर कुछ रुपये दे दो।' बेटा वह हार लेकर चाचा जी के पास गया। चाचा ने हार को अच्छी तरह से देख परखकर कहा- बेटा, मां से कहना कि अभी बाजार बहुत मंदा है। थोड़ा रुककर बेचना, अच्छे दाम मिलेंगे। 
उसे थोड़े से रुपये देकर कहा कि तुम कल से दुकान पर आकर बैठना।अगले दिन से वह लड़का रोज दुकान पर जाने लगा और वहां हीरों की परख का काम सीखने लगा। एक दिन वह बड़ा पारखी बन गया। लोग दूर-दूर से अपने हीरे की परख कराने आने लगे।
 एक दिन उसके चाचा ने कहा, 'बेटा अपनी मां से वह हार लेकर आना और कहना कि अब बाजार बहुत तेज है, उसके अच्छे दाम मिल जाएंगे।' मां से हार लेकरउसने परखा तो पाया कि वह तो नकली है। वह उसे घर पर ही छोड़ कर दुकान लौट आया।चाचा ने पूछा, 'हार नहीं लाए?' उसने कहा, 'वह तो नकली था।' तब चाचा ने कहा, 'जब तुम पहली बार हार लेकर थे, तब मैं उसे नकली बता देता तो तुम सोचते कि आज हम पर बुरा वक्त आया तो चाचाहमारी चीज को भी नकली बताने लगे। आज जब तुम्हें खुद ज्ञान हो गया तो पता चल गया कि हार सचमुच नकली है। सच यह है कि ज्ञान के बिना इस संसार में हम जो भी सोचते, देखते और जानते हैं, सब गलत है।
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