Wednesday 18 March 2015

भारत बहुत ही गरीब देश है!!!???

हमारे देश के बारे में यह प्रचारित किया गया है कि भारत बहुत ही गरीब देश है!!!???
यदि यह देश गरीब होता तो क्या जवाहर लाल नेहरू का कपड़ा पेरिस में धुलने जाता ? दुनियाँ भर के विदेशी आक्रमण क्या हमारी गुदडी चुराने के लिए हुए थे।
चंगेज खान 4 करोड लोगों की हत्या करके क्या अपने घोडों पर ईंट और पत्थर लाद कर ले गया था ? 
सोमनाथ मंदिर को बार बार सोने से कौन भर देता था यदि हमारे पुरखे गरीब थे ? 
श्रम करने वाला कभी गरीब हो ही नहीं सकता है। हमारे किसान औसत १४ घंटे काम करते हैं। वे गरीब क्यों हैं ?
आज हमारे देश से विदेशी कंपनियां आधिकारिक रूप से 2,32,000 करोड़ का शुद्ध मुनाफा अपने देश लेकर जा रही हैं। बाकी सभी तरह का फर्जी हिसाब, उनका आयातित कच्चे माल का भुगतान, चोरी आदि जोड़ा जाय तो यह रकम 25,00,000 करोड़ सलाना बैठती है। क्या कोई गरीब देश इतना टर्न ओवर पैदा करवा सकता है ?
हमारे देश में दवाओं का सालाना कारोबार 10,00,000 करोड़ का है, क्या यह गरीब देश की निशानी है ?
हमारे देश में सालाना 6,00,000 करोड़ का जहर का व्यापार विदेशी कंपनियां कर रही है। क्या यह गरीबी की निशानी है ?
हमारे देश में 10,000 लाख करोड़ का खनिज पाया जाता है और इसका दोहन भी विदेशी कंपनियां बहुत ही सस्ते भाव पर कर रही हैं। तो क्या हम गरीब हैं?
जब हम रॉकेट और सैटेलाइट बना कर चांद पर पहुंच सकते हैं तो नोट छापने का काम उन विदेशी कंपनियों को क्यों दिया जाता है जो हमारी पीठ में छुरा घोंपकर उसी डिजाइन में थोडा सा न दिखने वाला परिवर्तन करके खरबों रुपये का नकली नोट छापकर विदेशी खुफिया तंत्रों को बेचकर हमें कंगाल बना रही हैं?
यदि हम गरीब होते तो क्या अंग्रेज यहां खाक छानने आये थे। राबर्ट क्लाइव 900 पानी के जहाज भरकर सोना चांदी हीरे सिर्फ कोलकाता से कैसे ले गया था?
यदि हम गरीब होते तो हमारे देश का आजादी के बाद 400 लाख करोड रूपया विदेशी बैंकों में कैसे जमा हो गया?
हमें शुरू से ही भीख मांगने की आदत पड जाये, इसके लिए हमारे स्वाभिमानी बच्चों को स्कूल में ही कटोरा पकड़ा कर मिड डे मील के नाम पर खरबों की लूट जारी है, क्यों ?
हम काहिल हो जाएं, इसके लिए मनरेगा योजना में खरबों रूपयों क्यों लुटाया जा रहा है ? यदि हम गरीब होते तो क्या विदेशी यहां हर प्रकार की वस्तु फ्री में बेचने के लिए आते ? सोचिए और आदर कीजिए अपने भारत का और सनातन संस्कृति और भारत की रक्षा के लिए आगे आईए।

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