Monday 23 March 2015

यह एक बूढ़े आदमी (लगभग 80 वर्ष) की कहानी है। जो एक पूर्व HAL कर्मचारी (इंजीनियर) था , बंगलौर मैं रहते हैं , इनके चार बच्चे (दो बेटियों और दो बेटों) है। जो निरीक्षकों, इंजीनियर और आईटी पेशेवर के रूप में काम कर रहे हैं। यह आदमी श्री रामकुट्टी 60 + साल के बाद से बेंगलूर में है और अंग्रेजी, तमिल, मलयालम, हिंदी और कन्नड़ समझ सकते हैं।
मेरा दोस्त विनय सिंह इनसे चिन्मय अस्पताल, इंदिरा नगर के पास मिला । जब यह ओल्ड मद्रास रोड के लिए मोटर यात्री को रोकने के लिए कोशिश कर रहे थे । तब उसने इन्हे अपनी बाइक पर बैठाया । यह विनय के कंधे पकड़े बाइक पर बैठ गया। ... जब विनय ने इनसे पूछा की इस ठंड के मौसम में सड़क पर क्या कर रहे हैं ??तब इन्होने बताया की मेरी पत्नी जो 70 + साल की हैं काफी वर्षो से बीमार हैं और बिस्तर मैं पड़ी हैं तो उसकी दवा और "खुद का और अपनी पत्नी , का खाने के इंतजाम के लिए मजदूरी पर गया था ,जहां से अब मैं अपने Lingarajpuram में अपने किराए के घर के लिए जा रहा था। विनय इन बुजुर्ग की बात सुनकर एक दम चौक गया और कहा , "खुद को और अपनी पत्नी को खिलाने के लिए" उसने तुरंत अपनी बाइक बंद कर दि और कहा कि वह दोपहर का भोजन किया था ?? उन्होंने कहा कि नहीं ... विनय उन्हें निकटतम चाय की दुकान पर ले गया और बुजुर्ग को चाय और नाश्ता खरीदा। खाने के बाद बूढ़े आदमी के शरीर में कुछ ऊर्जा आई। तब विनय ने बुजुर्ग को पूछा की दिन में खाना क्यों नही खाया तब वह चुप हो गए विनय के काफी जोर देने पर उन्होंने बताया की वह एक दिन में एक बार ही खाते हैं ... पैसे बचाने के लिए अब शरीर साथ नही देता तो काम नही हो पाता इसलिए !!! फिर जब विनय ने उनसे उनके बच्चो का फ़ोन नंबर माँगा तो वो ... देने के लिए झिझके ... फिर उन्होंने कहा कि वे तुम पर क्रोधित होंगे.. क्यों ?? विनय ने पूछा पूछा ... "वे मुझे डाँटने आयेगे " उन्होंने कहा कि मैने जब तक उन्हें अपना मकान और रुपया नही दिया था तब वह सभी हम दोनों ( बुजुर्ग दम्पति ) की सेवा करते थे लेकिन अब वह हमारा मुह भी नही देखना चाहते कहते हैं की आपका काम अब हमसे नही होगा और आपके साथ रहने से हमे घुटन होती हैं , अब मैं उनके लिए कुछ नही कर सकता शायद इस वजह से बच्चो ने मुझे निकाल दिया हैं !!!
थू हैं ऐसे बच्चो पर जो सिर्फ घर, कार और पैसे की सोचते है..... उन चार महान बच्चों के लिए शायद अपना स्टेटस अपनी पोस्टिंग माता-पिता से भी बड़ी है! plz शेयर ........ मुझे यकीन है कि इस जानकारी / संदेश ... को जो युवा वर्ग पढ़ेगा उसको एक मैसेज जायेगा ... और शायद वह अपने माता-पिता के साथ ऐसा ना करे जो इन चार महान बच्चो ने किया ।

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