Wednesday 4 September 2013

. नन बनते समय लडकियाँ क्या शपथ लेती है...????

एक बार मैं घूमने को गोवा गया था...
तो, शौकिया तौर पर मैं वहां के एक
प्रसिद्द चर्च "सेंट जेवियर" चर्च
भी चला गया था..! वहां एक ईसाई ...
जो कि.. वेश-भूषा से कोई फादर
टाईप ही लग रहा था..... ने, मेरे
हाथों में कलावा (मौली धागा) देख
कर समझ गया कि... मैं एक हिन्दू
हूँ.....! इसीलिए.... उसने मुझे
भी ईसाई बनाने और शीशे में उतारने
के लिए मुझे कहा कि..... देखो बेटे ....
बुरा मत मानना..... लेकिन
दरअसल ........ सच पूछो तो... हिन्दू
धर्म और इस्कॉन पर प्रतिबन्ध
लगा दिया जाना चाहिए .... क्योंकि...
यह श्रीकृष्ण को महिमा मंडित करते
है.... जबकि श्रीकृष्ण ने 16108
विवाह किया था.......... जिससे सिद्ध
होता है कि श्रीकृष्ण एक चरित्रहीन
व्यक्ति थे...! इसीलिए... यीशु
ही तुम्हे सही राह दिखा सकते हैं...!
उसकी... बातें सुनते ही मेरे तन-बदन
मेंआग लग गयी  परन्तु .. ऊपरी तौर पर...
मैंने उसे बहुतही शांतचित्त से
बोला .......
. देखिये पादरी जी.... मैं
आपको अपना फादर तो बोल
नहीं सकता... क्योंकि.... मैं कोई
सेकुलर नहीं बल्कि हिन्दू हूँ,
और...हिन्दुओं का एक ही बाप
होता है..... आप ईसाईयों की तरह हर
चर्च में हमारे बाप यानि कि फादर
नहीं होते हैं...! और, जहाँ तक रह
गयी बात भगवान कृष्ण
की शादियाँ की....तो..., आप सिर्फ
मुझे इतना बता दो कि.... आपके इस
कथित रूप से पवित्र ईसाई धर्म
में..... नन बनते समय
लडकियाँ क्या शपथ
लेती है...????? मेरे इतना कहते
ही वो मेरा मुंह देखने लगा.. परन्तु
कुछ नहीं बोला....! मैंने उससे दो तीन
बार वही सवाल पूछे..परन्तु वो चुप
रहा....! अंततः ... मैंने उससे कहा.....
कोई बात नहीं पादरी जी ... मैं
बता देता हूँ.... पूरे विश्व में नन बनते
समय कुंवारी लडकियाँ यह शपथ
लेती है कि "मै जीजस
को अपना पति स्वीकार करती हूँ
और उनके अलावा किसी अन्य पुरुष
से शारीरिक सम्बन्ध
नहीं बनाउंगी" . तो कृपया.. अब आप
मुझे बताएँ कि.. आज से पहले कितने
लाख ननों ने जीसस से
विवाहकिया और भविष्य
में .......3.......
..3...... में भी ना जाने कितने लोग
विवाह करेंगे ..! तो............
आपकी बात को आप पर ही लागू
करते हुए.... क्यों ना, सबसे पहले पूरे
विश्व में ईसाईयों और ईसाई धर्म
पर प्रतिबन्ध
लगा दिया जाये............?????
उसके बाद वो पादरी मुझे कुछ
नहीं बोलाऔर चुप-चाप सर झुका कर
मेरे पास से चलागया... ! तो.....
पूरी कहानी का सार यह है कि......
सिर्फ खुद के ही घर
को जानना पर्याप्तनहीं होता है.....
अडोस-पड़ोस
की जानकारी भी रखा करें....
ताकि लोगों को मुंहतोड़ जबाब
दिया जा सके...! नोट: यह लेख
किसी को अपमानित करने
या धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने
केलिए नहीं... बल्कि हिन्दुओं में
जाग्रति पैदा करने के उद्देश्य से
लिखी गयी है..! जय माँ भारती
.................................

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