Wednesday 14 August 2013

घाटी में 23 साल पुराने हालात बनने लगे है.....

किश्तवाड़ में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर जारी हमलों और हिंसा के बाद एक बार फिर घाटी में 23 साल पुराने हालात बनने लगे है। किश्तवाड़ में हिंसा के बाद अब हिंदुओं को किश्तवाड़ छोडऩे की धमकी दी जा रही है। दूसरी ओर हिन्दू अल्पसंख्यक व्यापारी समुदाय ने उचित मुआवजा और सुरक्षा नहीं दिए जाने पर भारी आक्रोश व्यक्त किया है। हिंदुओं का आरोप है कि किश्तवाड़ के ईद के मौके पर यहां पर दो समुदायों के बीच हुई हिंसा में कई दुकानों और होटलों को जला दिया गया लेकिन न तो प्रशासन से कोई सुरक्षा ही मिली और न ही अब प्रशासन मुआवजे और सुरक्षा की कोई गारंटी देने को तैयार है। किश्तवाड़ चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि हम सुरक्षा और लाइसेंसी हथियार चाहते हैं। साथ ही ईद के दिन हुई हिंसा में हुए नुकसान के लिए भी सरकार को उचित मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि हिन्दू अल्पसंख्यक व्यापारी समुदाय के सदस्यों का इस संघर्ष में 80 करोड़ का नुकसान हुआ है। यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा करने में विफल रही तो हम खुद ही किश्तवाड़ छोड़ कर चले जाएंगे। हम पर ऐसे हमले लगातार हो रहे हैं। हिंसा में गुप्ता का गारमेंट शोरूम भी नष्ट हो गया है। गुप्ता ने कहा कि इस तरह की हिंसक घटनाएं कोई नई बात नहीं है। इनका सामना हम 1993, 1998, 2003 और 2008 में भी कर चुके हैं लेकिन उस वक्त इतने व्यापक स्तर पर हिंसा नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष में 150 से अधिक छोटे और बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है लेकिन इन सब के लिए सरकार बहुत कम मुआवजा दे रही है। जम्मू डिवीजनल कमanderर शांतमनु के अनुसार हिंसा में 68 दुकानों, 7 होटलों और 35 वाहनों को नुकसान पहुंचा और तीन लोगों की मौत हुई।
कांग्रेस को वोट देने वाले मूर्खो से पुछो की वो दंगो के बारे में क्या सोंचते है ? क्या दंगो की शुरुआत कभी हिन्दू करता है ? क्या हिन्दुन्स्तान के खिलाफ कभी कोई हिन्दू बोलता है ? क्या पाकिस्तान का झंडा कभी हिन्दू लहराता है ?
Jitendra Pratap Singh
क्या किश्तवाड़ में आज कोई राज धर्म निभा रहा है ???
क्या इस नरसंहार पर किसी कांग्रेसी का बयान आया है ? ?? क्या किसी वामपंथी ने इस पर विचार व्यक्त किया है ? 
क्या किसी राहुल - सोनिया - प्रियंका गाँधी ने दुःख जताया ? 

हर जगह मुसलमानों के लिए छाती कूटने और नौटंकी करने पहुंचने वाले राहुल गाँधी किश्तवाड़ कब जायेंगे ?? 

क्या सलमान ने किश्तवाड़ दंगो की खबरे सुनकर उनके आँखों में आंसू देखे ??
नितीश कुमार ने कुछ जिक्र किया क्या ?
राजदीप सरदेसाई, दीपक चौरसिया और बरखा दत्त अपने कैमरामैन पप्पू को लेकर पुहंचे क्या ?

सच वो जो आज दिख रहा है !!!!!!!!!!!!!!

"हिन्दुओ का सरे आम नरसंहार हो रहा है" और सब चुप्पी लगा कर बैठे है क्यूंकि सभी आज का "राजधर्म " निभा रहे है!!!!


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आजादी के ६५ वर्षो बाद स्वतंत्रता दिवस पर कड़ी सुरक्षा ,बुलेट प्रूफ शिशो के पीछे से जेड सुरक्षा पाए वि आई पि मेहमानों के बिच प्रधानमंत्री देश को शांति का सन्देश देंगे और रस्मी अदाय्गी के साथ पडोसी देशो के साथ देश की अच्छे संबंधो की निति पर कायम रहने की प्रतिज्ञा दुहराएंगे ,पड़ोसियों को कड़ी चेतावनी तो खैर देंगे ही ,
एक पूर्व रा अधिकारी सिंगजी ,ने जी टीवी पर कहा,की
जेड और वाई सुरक्षा पाए नेता बगैर सुरक्षा के जी रही जनता को शांति की घुट्टी पिलाते है,
अच्छा हो की ये अपना सुरक्षा कवर हटाकर ये बात कहे,
क्या हमारा देश आतंक के साए में जीने के लिए पैदा हुआ है,
अब समय आ गया है की आतंकी घटनायो को कमुनल नजरिये से न देख कर इस पर राजनीती और बहस न की जाए ,घटना में शामिल लोगो की जाती एक ही होती है,बिगडैल अपराधी की ,इन्हें किसी जाती के नजरिये से न देखकर सिर्फ इन्हें आतंकी के रूप में देखा जाए और इसपर बहस,समर्थन करने वालो पर अंकुश लगाया जाए ,और जो न माने उन्हें सुरक्षा कवर न दिया जाए ,अपने आप ही उनके दिमाग की खिडकिया खुल जायेगी और सारा मानवधिकार नाम की बिमारी गायब हो जाएगी.........

‪#‎कल्पेश_पटेल‬
तवायफ की मांग में सिंदूर, लंगूर के हाथ में
अंगूर।
बगुले की चोंच में हीरा, ऊंट के मुहं में
जीरा।
बंदरों के पास कार, गधों के हाथ
में सरकार।
कैसे-कैसे कारनामे हो रहे हैं,
और आप रजाई ओढ़ के सो रहे हैं।
बोले

प्रभु : मैंअपने काम में सिद्ध हस्त हूं,पर
आजकल थोड़ा व्यस्त हूं।
फिर भी दिन
रात आगे बढ़ रहा हूं, फिलहाल तो चार-
पांच केस लड़ रहा हूं।
मैं बोल्यो- प्रभु !
महंगाई बहुत बढ़ रही है, सलमान खान
की लोकप्रियता की तरह माथे पर चढ़
रही है।
अक्षय कुमार की तरह
ठंडा पीजिए और एक बार फिर अवतार
लीजिए।
बोले प्रभु : एक बार हम
धरती पर विचरण करने निकले थे।

दो नेताओं ने हमारी जेब काट ली, आधी-
आधी दौलत दोनों पार्टियों ने बांट ली।

ये कलयुग है यहां देवताओं का वास
नहीं होता।
ये दुनिया मैंने बनाई है
विश्वास नहीं होता...!
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भारत निर्माण पार्ट २ 

- पांच सैनिकों की हत्या ..
- सेना को उपलब्ध कराई गई बुलेट प्रूफ जैकेंतों को गोलियों ने भेदा ... बिलकुल वहीँ केस जैसे चीन युद्ध के समय सैनिकों के कारतूसों में बारूद की जगह रेत निकली थी .. जांच का आदेश अभी तक नहीं ..
- १८ नौ सैनिकों का देहांत.. सिन्धु रक्षक पनडुब्बी नष्ट , सिन्धु रत्न क्षतिग्रस्त 
(पनडुब्बी के अन्दर का प्रेसर बॉक्स किसी बड़े हथियार की मार से ही नष्ट हो सकता है और वो नष्ट हुआ है जिसके कारण १८ नौसैनिक मारे गए..बहुत बड़ा झटका भारत के लिए)
कहीं १४ अगस्त के जश्न से कोई कनेक्शन तो नहीं ... जांच जारी 

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नेता जी के अंगरक्षक और पर्सनल ड्राइवर रहे आजमगढ़ के 111 साल के निजामुद्दीन नेता जी के साथ 12 सिलेंडर वाली गाड़ी चलाते थे।
इनको 11 से अधिक भाषाएं आती हैं; वह जापानी, बर्मी, जर्मन, तमिल, तेलुगु, बंगाली समेत कई भाषाओं के जानकार हैं।
ड्राइवर निजामुद्दीन ने बताया कि बर्मा में छितांग नदी के पास 20 अगस्त 1947 को उन्होंने नेता जी सुभाष चंद्र बोस को छोड़ा।
उसके बाद से उनसे आज तक मुलाकात नहीं हुई। दुःख की बात ये है कि निजामुद्दीन के पास आज़ाद हिन्द फ़ौज का आई कार्ड और डी एल होते हुए भी सरकार आखिर उन्हें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी क्यों नहीं मानती।
उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों को मिलने वाली पेंशन नहीं मिलती। 

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